आधी आबादी और लोकडौन- श्रद्धा सक्सेना
लखनऊ
कोरोना वायरस इस सदी की सबसे खतरनाक बीमारी बन कर सामने आई।इस महामारी ने हमारे समाज के सामने बहुत बड़ी आर्थिक, और सामाजिक चुनौतियों को खड़ा कर दिया है। इस लोकडौन मे हमारे देश की अर्थव्यवस्था भी चरमरा सी गई है।कोरोना के चलते लोग 2 महीने से अपने घरों में कैद हैं।जहाँ एक तरफ घर मे रहने से लोग समस्याग्रस्त नज़र आते हैं,वहीँबहुत से लोग खुशी खुशी परिवारवालों के साथ समय बिता रहे।
इन सबसे अगर कोई सबसे ज़्यादा सफर किया है तो वो हैं महिलाएं।सबके घर मे रहने से कामवालियों के ना आने से महिलाओं का काम बहुत बढ़ गया है। महिला चाहे होममेकर हो या वर्किंग उस पर काम का दबाव दोगुना है।कामकाजी महिलाओं को ऑनलाइन ऑफिस,स्कूल के काम के साथ साथ घर का काम भी निपटाना पैड रहा है।महिलाएं खुद को काम काज में व्यस्त रखने के साथ खुद को पाक कला में भी कुशल बना रही हैं, केक,मिठाईया,होटल जैसा कहना आज हर घर मे हर महिला बना रही है।बहुत सी महिलाएं पूजा पाठ में समय व्यतीत कर रही तो काम काजी महिलाएं जो अपने बच्चो को अधिक समय नही दे पाती थीं वो बच्चो के साथ कैरम,लूडो,ताश,चैस आदि खेल कर पूरा क्वालिटी टाइम बिता रही।
इतनी व्यस्त दिनचर्या में महिलाओं के लिए ज़रूरी है कि वो सबके साथ साथ अपना भी ध्यान रखें।महिलाओं को खुद को खुश रखने के लिए सेल्फ केअर तकनीक अपनानी पड़ेगी। योगा, व्यायाम के साथ रोज़ 10 से 15 मिनट मेडिटेशन करें ,ये सबसे कारगर तरीका है खुद से बात करने का।
किचन में काम करते करते अच्छा संगीत,ग़ज़ल सुन सकते हैं इससे स्ट्रेस लेवल बहुत कम हो जाता है,और संगीत सबसे बेस्ट दवा है दिमाग को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए।रोज़ रात को कम से कम 5 से 10 मिनट अपने बालों में नारियल के तेल में चुटकी भर कपूर डाल कर मालिश करें।बाल स्वस्थ होने के साथ ही खुद को एकदम फ्रेश महसूस करेंगी।
महिलाओं को हमेशा बहुत सहनशील,हिम्मती माना गया है और यह सच भी है क्योंकि महिलाएं हर परिस्थिति में खुद को ढाल लेती हैं, घर से लेकर बाहर के काम तक आज महिला कही पीछे नही हैं।इसलिए हर महिला को खुद की लिए कम से कम एक घंटा ज़रूर निकालना चाहिए। खुद की देखभाल के लिए क्योंकि हम तो सबकी केअर कर लेंगे लेकिन हमारी केयर भी हमको ही करनी है।
तो इस लोकडौन को बोझिल नही खुशनुमा बनाएं क्योंकि घर वालो के साथ बिताने के लिए क्वालिटी टाइम दोबारा नही मिलेगा। इसको इतना यादगार बनाए के आगे आने वाले व्यस्त समय मे इन पलों को याद करते ही चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाए।
एडिटर- आदर्श शुक्ला
9454850936

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