वाह रे बाराबंकी पुलिस, क्या यही होता है खाकी का फ़र्ज़
ताज उमर की ररपोर्ट
बाराबंकी। यूपी पुलिस अक्सर अपने कारनामो की वजह से सुर्ख़ियों में बनी रहती है। कभी चंद पैसों के लिए खाकी बेंचने का विडियो वायरल होता है तो कभी ईमान बेंचने का, कभी पैसों की खातिर ह्त्या कराने जैसे मामले उजागर होते हैं तो कभी अपराधियों से तालमेल के ऑडियो सामने आ जाते है लेकिन बेशर्म हो चुके खाकीधारी फिर भी सुधरने का नाम नहीं लेते हैं। बेटियों की अस्मत को ना बचा पाने वाली खाकी अब बलात्कार के बाद ह्त्या जैसी घटनाओ को भी छिपाने में माहिर होती जा रही है।
ताज़ा मामला राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले का है जहाँ एक दिन पहले एक दलित युवती की लाश झाड़ियों में मिली जिसको देखने से ही साफ था की दलित युवती के साथ बलात्कार कर उसे मौत के घात उतारा गया है लेकिन पैसों पर पैनी नज़र रखने वाली खाकी को कहाँ ऐसा कुछ दिखेगा लिहाज़ा वो रेप जैसी घटना से इंकार करती रही लेकिन कहते हैं की इश्क और मुश्क छिपाये नहीं चिपटे लिहाजा जिस बलात्कार की घटना को पुलिस नकारती रही उसकी पुष्टि पोस्टमार्टम में हो गई और पुलिस की किरकिरी भी।
बहरहाल लाश को मिले 40 घंटे से भी ज्यादा हो गए है लेकिन बाराबंकी पुलिस खाली हांथ है और ऐसी दिख सांप निकलने के बाद लेकिन पीटी जा रही हो।
एडिटर- आदर्श शुक्ला
9454850936
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