दावते इस्लामी चंद्रपुर द्वारा कोरोना मृतकों की मुस्लिम रीति रिवाज से सुपुर्दे खाक (अंतिम संस्कार)
युवराज की रिपोर्ट
चंद्रपुर: पूरी दुनिया में जिस तरह कोरोना महामारी फैली हुई है। कोरोना वायरस के गिरफ्त में आकर जान गवाने वाले लोगो का सही तरीके से अंतिम संस्कार/सुपुर्दे खाक नही हो रहा , उन्हे प्रशासन द्वारा दफन या जला दिया जाता हैं । कोरोना गाइड लाइन के कारण मुर्तको के परिवार वाले भी अपनी इच्छा से कुछ नही कर पाते। ऐसे में चंद्रपुर शहर की दावते इस्लामी संस्था कोरोना से मूर्तको के कफन दफन के लिए आगे आयी ।
१९/०४/२१ को कोरोना से बल्लारपुर के एक ३५ वर्ष आदमी की मृत्यु की खबर TNRAT के जिल्हा अध्यक्ष सय्यद अफजल अली और इनके साथी आदिल अंसारी को मिली तो उस गरीब परिवार जिसमे मृत्यु होने वाले आदमी कि औरत और २ छोटे बच्चे है उनकी मदद के लिए चंद्रपुर सरकारी हॉस्पिटल पोहचे। महानगर पालिका की गाड़ी में शरीर को पठान पूरा कब्रिस्तान लाया गया ।
और दावते इस्लामी संस्था के सुपुर्द किया गया जो काफी समय से कोरोना वायरस के कारण जान गवाने वाले लोगो का अंतिम संस्कार स्वास्थ विभाग एव प्रशासन के नियमनुसार गाइड लाइन का पालन करते हुए करते हैं।
जारी विज्ञप्ति के अनुसार मुस्लिम समाज की दावते इस्लामी एक ऐसी संस्था है जो पूरी दुनिया में नेकी की दावत आम करने का काम करती हैं। इसकी एक ब्रांच चंद्रपुर महाराष्ट्र में भी है।
कोरोना वायरस से मृत्यु हुवे इस्लामी भाईयो के शवों को पूरी इस्लामी रीति रिवाज से दफन करते हैं जो एक सराहनीय कार्य हैं। आज के दौर में जब कोरोना वायरस फैलता जा रहा है जिसकी वजह से मृत्यु शरीर को छूना तो दूर हाथ तक नहीं लगाया जा सकता ऐसी स्तिथि में दावते इस्लामी संस्था के नौजवानों द्वारा पीपीई कीट पहनकर मृत शरीर को मुस्लिम विधि से जैसे गुसल देना ,कफन, दफन, नमाजे जनाजा पढ़ते हैं और दफन करते हैं। जिससे परिवार वालो को एक राहत मिलती है के आखिरी काम तो उनका अच्छे से पूरा हुआ ।
खास बात यह है की किसी से बगैर कोई रुपये ना लेते इस काम को अंजाम देते है । उनका मानना है ऐसे वक्त में उन्हें नेक काम करने का मौका मिला है । इस काम में दावते इस्लामी के चंद्रपुर के जिम्मेदार मोबिन भाई, राहिल भाई , अशरफ बापू, अंसार भाई , सलमान भाई, राहिल मिर्जा और भी इस्लामी भाई इस काम को अंजाम देते हैं ।
एडिटर-आदर्श शुक्ला
9454850936
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