राजस्व विभाग को धोखा देने वाले जिवती प्रभारी तहसीलदार चिडे और जिवती थाना प्रभारी जगताप इनकी प्रिया झांबरे ने की उप सचिव गृहविभाग मंत्रालय और पोलीस महासंचालक मुंबई मे की शिकायत
चंद्रपुर। जिवती तहसील कार्यालय में प्रभारी तहसीलदार चिडे कार्यरत पिछले ११ महिनो से कार्यरत है! कोरपना तहसील मे नायब तहसीलदार के पद पर है । लेकीन तहसीलदार चिडे ज्यादातर जिवती मे ही बैठते हैं। सुबह ११ बजे से रात के ७:०० बजे तक फिर भी एक साल में अवैध रेती की एक ही गाडी पकडने मे तहसील कार्यालय जिवती सफल हो पाये वो भी तहसीलदार बनसोड और गांगुर्डे जी के कार्यकाल में सफलता मिली ऐसे सुचना के अंतर्गत मिली हुयी जानकारी से पता चला। प्रभारी तहसीलदार चिडे आने के बाद क्या अवैध रेती की तस्करी हो नही रही या तहसीलदार चिडे सरकार और राजस्व विभाग के आँखो मे धुल झोक रहे या तहसीलदार के पद पर बैठ कर गुमराह कर रहे। तहसीलदार चिडे ने २६ जनवरी को सदाम शेख नामक व्यक्ति की गाड़ी नंबर एम एच ३४ ए वी २८९१ पकडकर, जप्तीनामा भी बनाया, सदाम शेख ने गाडी भगाकर ले गये इसलिए महोदय चिडे ने सदाम शेख को डराने की हेतू से ही बडी ही चालाखी से पुलीस थाना जिवती मे लिखीत शिकायत दर्ज की, और समाचार पत्रो में खबर भी लगवाई की चिडे ने बहुत ही महान काम किया। जब सदाम शेख नामक व्यक्ति गाडी जप्त होगी और राजस्व विभाग नियमानुसार २.५० लाख का दंड भरना पडेगा और पुलीस केस भी होगी इस डर से आपस में महसूल और पुलीस विभाग से मधूर संबंध बना लिए, फिर क्या तहसीलदार ने जप्तीनामा और संबधीत दस्तावेज अपने पास रख लिए और तालुका दंडाधिकारी की लिखीत शिकायत को जिवती पुलीस थाना प्रभारी जगताप ने कानून को धाबे पर रख आये। कानून व्यवस्था को पुलीस कर्मचारीयों ने खनन माफिया की रखेल बनाने की कोशिश कर रहे बस राजस्व विभाग को धोखा देकर खुद का मायाजाल बटोरने के लिए, दिन ब दिन आम जनता का पुलिस से विश्वास उठता नजर आ रहा है। जिवती ठाणेदार जगताप ने बडी ही चालाखी से कारवाई ना करते हुये केस को दबा दिया।
प्रिया झांबरे जी ने चंद्रपुर जिले के महसूल विभाग और पुलीस विभाग और विभागीय आयुक्त से शिकायत करने के बाद भी अब तक कारवाई नहीं की जिले के कलेक्टर गुल्हाने ने भी बार बार शिकायत देने पर कारवाई नहीं की आखीरकार प्रभारी तहसीलदार चिडे ने वरिष्ठोपर ऐसा कौन सा जादू किया है जो जिला प्रशासन ठोस सबुत देने पर भी कारवाई नही कर रहा इसलिए आंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार कम्यूनिटी भारत, आदर्श मिडीया एसोसिएशन और युवा स्वाभिमान पार्टी की और से आज महसूल विभाग के अपर मुख्य सचिव नितीन करीर जी, उप सचिव रविंद्र औटे जी, पोलीस महासंचालक रवनिश सेठ जी से शिकायत करनी पडी, किस तरह तहसीलदार चिडे और थाना प्रभारी जगताप ने राजस्व विभाग के खाते में जाने वाले महसूल को खुद के जेब में डाला, क्या कारण हैं जो तहसीलदार चिडे और थाना प्रभारी जगताप ने केस को दबा दिया। १५ अगस्त २०२२ को स्वतंत्र का अमृत महोत्सव के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय से आये निधी मे भी चिडे ने बडी चालाखी से अफरातफर की है , लेकीन महोदय भूल गये की एक ना एक दिन चोरी पकडी जाती हैं। शासन की और से आया ४.५० लाख निधी में भी बडी चालाखी से हाथ की सफाई की है वरिष्ठो को सबूत के साथ शिकायत देने के बाद भी किस का इंतजार कर रहे है। क्या तहसीलदार चिडे और थाना प्रभारी जगताप पर कारवाई करने के लिए पुलीस विभाग में कोई अधिकारी नहीं है ऐसा प्रिया झांबरे जी ने सवाल उठाया है। प्रिया झांबरे जी का कहना है की अगर शासकीय सेवा में कार्यरत होने के बावजूद भी प्रभारी तहसीलदार चिडे और थाना प्रभारी जगताप अगर शासन के पिठ पर खंजर घौपकर खुद का मायाजाल बटोर रहे तो वो एक जिम्मेदार नागरीक का कर्तव्य निभाते हुये आने वाले आठ दिन बाद, दिल्ली गृहमंत्रालय और प्रधानमंत्री जी से शिकायत करने दिल्ली मंत्रालय के दरवाजे मे दस्तक जरुर लगायेंगे। चिडे और थाना प्रभारी जगताप का सच उजागर करने के लिए आदर्श मिडीया एसोसिएशन पदाधिकारी प्रिया जी और संगीता जी पुरी कोशीश में है। अब जनता को और शिकायतकर्ता को वरिष्ठो से कारवाई की अपेक्षा है। क्या दोनों विभागो के अधिकारी कारवाई करने में सफल होंगे या फिर चिडे जगताप की भ्रष्टाचार में मदत करेंगें???
Comments
Post a Comment