खुद का मायाजाल बटोरने की चाह में, प्रभारी तहसीलदार के पद बैठकर चिडे कर रहे पद का दुरुपयोग, शासन की पिठ पर घौपा जा रहा खंजर
रेती माफीया की हायवा गाडी एम एच ३४/ २८९१ पकडने के बाद जिवती प्रभारी तहसीलदार चिडे बिना कारवाई किये दिया छोड
जिवती। २६ जनवरी २०२२ को जिवती कार्यालय के तहसीलदार चिडे ने स्वतंत्र का अमृत महोत्सव का कार्यक्रम को खत्म करके दौरे पर निकते ही शेणगांव, मरकागोंदी मे सुबह ११.१५ के निकट अवैध तरीके से खनन तस्करी करते हुये हायवा गाडी क्र एम एच ३४/ २८९१ पर प्रभारी तहसीलदार चिडे ने कारवाई करके जप्तीनामा तयार करके लिगल कारवाई की उतने में हायवा गाडी के मालक सदाम शेख ने गाडी भगाकर ले गये तब जिवती के प्रभारी तहसीलदार तथा तालुका मैजिस्ट्रेट चिडे ने जिवती पुलीस थाने मे लिखीत शिकायत दर्ज की थी! २६ जनवरी २०२२ को शिकायत दर्ज करने के बाद भी जिवती के थाना प्रभारी जगताप ने कोई लिगल कारवाई की नही, जप्तीनामा, लिखीत शिकायत के बावजूद थाना प्रभारी जगताप ने जुबानी जाँच की ऐसा उत्तर आदर्श मिडीया एसोसिएशन की महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्षा प्रिया झांबरे को दिया यह स्टेटमेंट प्रियाजी के पास रेकार्ड हुआ है। २६ जनवरी २०२२ को जिवती तहसीलदार चिडे और जिवती थाना प्रभारी जगताप ने गाडी मालक पर कारवाई क्यु नहीं की ?? थाना प्रभारी जगताप ने तालुका मैजिस्टेट की लिखीत शिकायत पर गंभीरता से क्यु नही लिया??
२६ जनवरी को सदाम शेख पर कारवाई नही करना यह बात आदर्श मिडीया एसोसिएशन के पदाधिकारी और आम जनता को शक करने पर विवश कर रहे हैं।
२) वैसे प्रभारी तहसीलदार चिडे की और एक गंभीर बात सामने आयी हैं पुरे १५ अगस्त स्वतंत्रता दिवस का अमृत महोत्सव पर शासन की और मिला फंड को तहसीलदार चिडे ने झुठे बिल जोड़कर शासन की और से आया फंड को हडप लिया गया इस की गंभीर शिकायत युवा स्वाभिमान पार्टी और अंतरराष्ट्रिय मानव अधिकार कम्यूनिटी इंडिया की और से विभागीय आयुक्त नागपुर, जिला अधिकारी चंद्रपुर , उपविभागीय अधिकारी, मुख्य सचिव महसूल मुंबई को दी गयी, तहसीलदार चिडे ये अपने पद का दुरुपयोग करते हुये नजर आ रहे हैं। एक तालुका मैजिस्टेट की लिखीत शिकायत को नजर अंदाज करने वाले जिवती थाना प्रभारी भी इस खेल मे शामील दिखाई दे रहे, जो जाँच पिछल आठ महिने में नहीं हुयी वो जाँच सुचना का अधिकार में माहिती देने के लिए या चिडे को बचाने के लिए सदाम शेख को थाने बुलाकर जाँच की जा रही है। जल्द ही आदर्श मिडीया एसोसिएशन और युवा स्वाभिमान पार्टी की तरफ से मुंबई पोलीस महासंचालक और मुख्य सचिव महसूल विभाग मंत्रालय इन्हे मिलकर इस गंभीर विषय का खुलासा किया जायेगा। एक जिम्मेदार अधिकारी होते हुये, खुद के लिए मायाजाल बटोरने की चाह में गैरजिम्मेदाना हरकत करके शासन के पिठ पर खंजर डाला गया। ५ ब्रास अवैध खनन की हायवा गाडी पकडने पर शासन के खाते में ३.५० लाख नगद की रक्कम दंड वसुल करने के बजाय गाडी को छोड दिया जाता। यह गंभीर शिकायत अधिकारीयो को देने पर क्या अधिकारी इस पर कारवाई करेंगे या आँखो पर काली पट्टी बांधकर गहरी नींद में डूब जायेंगे। जनता का ध्यान अधिकारी की और क्या तहसीलदार चिडे पर निलंबन की कारवाई करने मे अधिकारी वर्ग सक्षम है। खनन माफिया और स्वतंत्रता दिवस का अमृत महोत्सव के हुये घोटाले के ठोस सबुत आदर्श मिडीया एसोसिएशन देगा, २६ जनवरी २०२२ से अब तक कारवाई क्यू नही की गयी?? शिकायत पर गुन्हा दर्ज न होने के पिछे की वजह क्या?? तहसील कार्यालय जिवती या पुलीस थाने में गाडी न लगाने के पिछे का कारण प्रभारी तहसीलदार चिडे और थाना प्रभारी जगताप कब देंगे?? अधिकारी इस पर क्या जाँच बिठायेंगे।
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