आरमोरी के पुलिस थाना प्रभारी और ए पी आय चव्हाण से प्रताड़ित होकर गडचिरोली के जिलाधिकारी कार्यालय के सामने दोषी पर कारवाई की मांग को लेकर बेमुद्दत उपोषण पर बैठे नेहा और रुपम

प्रिया झाम्बरे की रिपोर्ट
गडचिरोली जिला (महाराष्ट्र)

आरमोरी की रहवासी नेहा और रुपम दोनों भाई बहन पर पुलीस कर्मी ने झुठी एफ आय आर दर्ज करायी. हँन्डीकँप असहाय रुपम को पुलीस ने मारा. वजह सिर्फ़ ये थी की, रुपम का किराणा दुकान है। दुकान ११ बजे बंद करके खाना खाने अपने बडी बहन के साथ जाते हुये असहाय हँन्डीकँप रुपम को आरमोरी के दोनो पुलीस पोयाम उनके साथी ने रोका, पुलीस रुपम को गोडाउन की चाबी मांगने लगे ,रुपम ने कहा की उनकी माँ अस्पताल गयी चाबी उनके पास है उनके आने के बाद आप चाबी लिजीए ऐसे बोलते ही ए पी आय चव्हाण ने पिछे से आकर रुपम के काँलर पकडे और रुपम को मारने लगे , तब रुपम की बडी बहन नेहा व्हिडीओ लेने लगी तब चव्हाण ने रुपम को छोडा और नेहा का मोबाइल छिनकर व्हिडीओ क्लिप डिलेट करके नेहा को मारा,  रुपम और नेहा ने ए पी आय चव्हाण को पुछा की हमें क्यु मार रहे तब चव्हाण ने कहा की तेरी इतनी हिम्मत मुझसे सवाल करता है ऐसा कहेकर जबरदस्ती से गाडी में बिठाया, अरेस्ट वारंट के बारे मे पूछताछ करते ही, रुपम को पुलीस ने गाडी मे दो चार घुसे लगाये और आरमोरी थाने मे ले जाकर आय पी सी धारा ३५३ मामला दर्ज कराया, जब रुपम और नेहा माँ के पास चाबी है माँ अस्पताल से आते ही चाबी देने की बात करने पर भी, थाना प्रभारी से भी मिलने की बात करने पर भी चव्हाण ने वर्दी की गर्मी दिखाकर दो मासूम निर्दोष भाई बहनो पर झुठा मामला दर्ज कराया ऐसे नेहा जुआरे ने बताया, नेहा ने ये भी बताया की पुलिस आरमोरी पुलिस के कारण गलती ना होने पर भी हवालात में रहना पडा, क्या पुलीस माँ के आने तक इंतजार नही कर सकते थे दुकान के जो मालक थे उनके नाम से शिकायत दर्ज करनी थी बच्चो को पर जुल्म क्यु यह बात को लेकर नेहा और रुपम ने कुछ दिन पहले आत्मदहन की कोशिश की, और अब २१ जुलै २०२१ को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बरसात में हो रहे अन्याय के खिलाफ और वर्दी के आड में हुकूमशाही चलाने वाले आरमोरी पुलीस कर्मचारी, थाना इनचार्ज पर कारवाई के मांग को लेकर आमरण उपोषण पर बैठे, नेहा ने आदर्श मीडिया एसोसिएशन को बताया की किस तरह आंदोलन के एक घंटे बाद से उन्हें बारीश में पुरा दिन और पुरी रात छाता पकडकर खडा रहना पडा और आज आंदोलन के दुसरे दिन शाम को जिलाधिकारी महोदय ने जबानी टेंन्ट लगाने को कहा, कल २१ जुन को नेहा और रुपम ने टेन्ट लगाना चाहा पर पुलिस ने टेन्ट लगाने नही दिया, पुलिस प्रशासन से प्रताड़ित दोनों भाई बहन आंदोलन पर बैठे हैं और आज आंदोलन का तिसरा दिन है। अब यह इंतजार है की क्या जिलाधिकारी महोदय जी नेहा और रुपम के इस गंभीर विषय पर ध्यान देंगे ? क्या नेहा और रुपम को न्याय मिलेगा ? गडचिरोली के कलेक्टर महोदय दोषी के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश देंगे??  वाकही नेहा और रुपम की मांग पुरी होगी, या इस बार भी झुठ जितेगा और सच की हार होगी ? बेबस भाई बहन की नजरे न्याय के के इंतज़ार में, आशा हैं की दोषी पर कारवाई के आदेश निकले ऐसे नेहा रुपम की मांग हैं ।

एडिटर- आदर्श शुक्ला
9454850936

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