सोलार इंडस्ट्रीज लिमिटेड वरुर रोड राजुरा फिर से उलझी विवादो के घेरे में


 पूर्वसूचना न देते हुए तीन मजदुरोंको काम से निकाल दिया 

सुरज ठाकरे ने किया सहाय्यक मजदूर आयुक्त को तक्रार

वरुर रोड स्थित सोलार कंपनी द्वारा वेकोलि को विस्फोटक पुराया जाता है।सदर कंपनी कई सालों से वरुर रोड पर कार्यरत है।२०२० में ये कंपनी जिल्हाभर में नामांकित हुई इसका कारण इस  कंपनीने तालुका के स्थानिक युवकों को रोजगार न देते हुए परप्रांतिय मजदूरों की भर्ती  कंपनीने विविध कामोंके लिए किया था। इस विरोध में संपूर्ण वरूर गाव एक हुआ और सुरज ठाकरे के नेतृत्व मेंआंदोलन किया गया। आंदोलन में रखी हुई सभी मांगे नियमोके अनुसार होने के कारण कंपनी को आखिर कार झुकना पड़ा और स्थानिक कामगरोंको काम पर लेना पड़ा।

ऐसे वक्त में मजदूर और कायदोंके दबाव के कारण वरुर रोड के स्थानिक युवकों को काम पर तो लिया परंतु कंपनी द्वारा कोई ना कोई कारनों से मजदुरों को प्रताड़ित करने काम करती रही।इस वजह को लेकर अब से कंपनी की दादागिरी नहीं सहेंगे चाहे गाव के युवक बेरोजगार क्यों ना रहे ऐसी भूमिका वरुर के नागरिकों ने ली। लॉक डाउन लागने पहले कंपनीने और एक युनिट शुरू करने प्रस्ताव वरुर रोड ग्राम पंचायत की तरफ दाखिल किया था। उस वक्त गाव वालोंके आग्रहास्तव सुरज ठाकरे वहां आकर हस्तक्षेप किया और कंपनी को प्रस्ताव मिलने से रोका। इस वजह से कंपनी अपनी दूसरी युनिट वहां पर शुरू नहीं कर सकी।

 कंपनी का प्रस्ताव ग्रामपंचायत के पास अब भी प्रलंबित है। अपने हक़ और अधिकार के लिए लड़नेवाले मुकेश धोबे,प्रदीप बोरकुटे व ऋषी चौधरी इन तीन मजदूरोंको जानबूझ कर कंपनीनेसे निकाल दिया। मजदूरों को काम से निकाल ने के पहले उन्हें कानूनी तौरपर सूचना पत्र देना अनिवार्य है इस के बावजूद मजदूरों को अपना पक्ष रखने का अधिकार कानून ने दिया है। ऐसा होने के बावजूद मजदूरोंके कायदोकी अवहेलना करते हुए इन तीन मजदूरों को  बेकायदा काम पर से निकाल दिया। इस बात की शिकायत सहाय्यक कामगार आयुक्त के तरफ सुरज ठाकरे ने कि है । इस के चलते इनं मजदूरों को कंपनी ने फिरसे काम पर नहीं लिया तो कंपनी के विरुद्ध आंदोलन करने का इशारा सुरज ठाकरे ने सहाय्यक कामगार आयुक्त तथा कंपनी को दिया है।

 इस विभाग की कंपनियों द्वारा मजदूरोंके नियमोंको हर पल  तोड़ा जाता है। इसी प्रकार  स्थानिक मजदूरों के प्रति कंपनियां उदासीन है। मजदूर कायदोंको हलकेसे ले रहे है इस वजह से कंपनी,मजदूर तथा स्थानिक युवकों का शोषण करने में सफलता हासिल कर रही है।स्थानिक प्रशासन व स्थानिक नेता इस बारेमे गंभीर ना हो ने कारण याहांके युवकों को रोजगार नही मिलता ऐसा आरोप सुरज ठाकरे ने दिये गए पत्र में किया है। इस बारे में आगे चलकर प्रशासन और कंपनी क्या भूमिका लेती हैं इस बात पर सभिंका ध्यान लगा हुआ है।

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